ग्रामीण समुदाय में सामुदायिक रेडियो स्टेशन की भूमिका

PAPER ID: IJIM/Vol. 9 (II) June 2024/41-44/6

AUTHOR: डॉ रीना रानी (Dr. Reena Rani)

TITLE: ग्रामीण समुदाय में सामुदायिक रेडियो स्टेशन की भूमिका

ABSTRACT: आज  तकनीक का दौर है जिसने संचार को आसान बनाया है। प्रमुख संचार माध्यम रेडियो की बात करें तो इसकी पहुंच 95 प्रतिशत लोगों तक है। बाकि मुख्य धारा से दुर लोगों के लिए सामुदायिक यानि कम्युनिटी  रेडियो फरिस्ता बनकर आया है। आज देश में 339 सामुदायिक रेडियो  काम कर रहे हैं ;स्टेस्टिका रिपोर्ट ,2024 द्ध । सामुदायिक रेडियो एक ऐसा स्थानीय संपर्क का साधन है जिस पर लोगों को अन्य संचार माध्यमों की अपेक्षा सबसे अधिक भरोसा है। प्रश्न उठता है कि समुदायों के बीच संवाद की संस्कृति को कैसे पुनस्थापित किया जाये। इस दिशा में सामुदायिक रेडियो  ने काम किया है। लाइब्रेरी आधारित शोध रणनीति का उपयोग करते हुए साहित्य समीक्षा विधि से आंकडे एकत्रित किए गए है। इस अध्ययन के अनुसार ग्रामीण समुदाय और सामुदायिक रेडियो के बीच महत्वपूर्ण संबंध है। सामुदायिक रेडियो का ग्रामीण क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। सामुदायिक रेडियो संवाद को बढ़ा रहा है साथ ही रेडियो कार्यक्रम  ग्रामीणों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर उनके ज्ञान को बढ़ा रहा है, गांव को विकास की ओर ले जा रहा है। सामाजिक रूढियों जाति प्रथा,  बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसे विषयों  पर ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों का निर्माण कर लोगों में जागरूकता उत्पन्न की जा रही है।

KEYWORDS:  सामुदायिक रेडियो ,ग्रामीण क्षेत्र, और सामुदायिक विकास

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