PAPER ID: IJIM/Vol. 8(I) May 2023/80-83 /13
AUTHOR : Surinder
TITLE: महिला उत्थान में डॉ. अम्बेडकर का योगदान
ABSTRACT: भारत वर्ष प्राचीन काल से ही विविधता में एकता के मूलमंत्र को रूपांकित करता रहा है शिक्षा, ज्ञान, धर्म, दर्शन, सामाजिक सरोकार एवम् आध्यात्मिक ज्ञान में विश्व में इसका सर्वोपरि स्थान रहा है |जिसका श्रेय समाज के दो पहियों नर और नारी को जाता है । अतः स्त्री और पुरुष एक दूसरे के पूरक की भूमिका का निर्वहन करते आए है| समाज में नर व नारी एक ही सिक्के के दो पहलू के समान हैं स्त्री का मानव की सृष्टि में ही नही वरन् समाज निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान है । यदि हम विश्व इतिहास का सिहांवलोकन करें तो हमे ज्ञात होता हैं कि संस्कृति की नीवं डालने का श्रेय सर्वप्रथम महिला को ही जाता है ।
KEYWORDS: सामाजिक प्रयास, महिला उत्थान, मूकनायक, संवैधानिक प्रयास |